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गुवाहाटी में बल्लेबाजी फेल होने पर हुई गंभीर की आलोचना

भारतीय क्रिकेट टीम के कोच गौतम गंभीर एक बार फिर विवादों के केंद्र में हैं। गुवाहाटी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम की शर्मनाक बल्लेबाजी ने गंभीर की रणनीतियों और टीम कॉम्बिनेशन पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। कई फैंस और एक्सपर्ट गंभीर की तुलना पूर्व कोच ग्रेग चैपेल से कर रहे हैं, जिनके कार्यकाल को भारतीय क्रिकेट का सबसे कठिन दौर माना जाता है।

गुवाहाटी टेस्ट: उम्मीदों का पतन
बारसापारा स्टेडियम में भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 489 रन के बड़े अंतर से पिछड़ते हुए जवाब देना था, लेकिन पूरी टीम मात्र 201 पर ढेर हो गई। टीम की शुरुआत संतुलित थी और स्कोरबोर्ड 95/1 दिखा रहा था, लेकिन इसके बाद भारतीय बल्लेबाज ध्वस्त होते चले गए। सिर्फ यशस्वी जायसवाल (58) और वॉशिंगटन सुंदर (48) क्रीज पर टिक पाए। दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों साइमन हार्मर (3/64) और मार्को यानसेन (6/48) ने भारतीय बल्लेबाजी की कमजोरियों को बेनकाब कर दिया। केएल राहुल (22), ऋषभ पंत (7), और रवींद्र जडेजा (6) जैसे सीनियर खिलाड़ियों ने निराश किया।

गंभीर की रणनीति पर सवाल
टीम इंडिया के लगातार बदलते बैटिंग ऑर्डर, अनियंत्रित रोटेशन और पिच आधारित रणनीति ने फैंस को नाराज कर दिया है। आलोचकों का आरोप है कि गंभीर खिलाड़ियों को उनके सही बल्लेबाजी स्थान पर टिकने ही नहीं देते। साल 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 की व्हाइटवॉश हार के बाद यह स्थिति और खराब होती दिख रही है। गंभीर के कार्यकाल में भारत ने इस मैच से पहले 18 टेस्ट खेले हैं, जिसमें से सात जीते, नौ हारे और दो ड्रॉ रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खराब स्थिति भारत को एक और व्हाइटवॉश की तरफ ढकेल रही है। कोलकाता में हार के बाद टीम इंडिया दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-1 से पीछे है।

फैंस ने की ग्रेग चैपल से तुलना
सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में भारतीय फैंस गंभीर को भारतीय ग्रेग चैपल कह रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि चैपल के कोचिंग दौर में भारतीय क्रिकेट ने सबसे कठिन समय देखा था। 2007 वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज से बाहर होना और 2006 चैंपियंस ट्रॉफी में शुरुआती राउंड में बाहर रहना शामिल हैं। फैंस की राय है कि गंभीर भी उसी राह पर भारतीय क्रिकेट को धकेल रहे हैं। गंभीर के फैसलों और टीम के परिणामों के आधार पर यह तुलना पहले मजाक लग रही थी, लेकिन अब यह चर्चा गंभीर रूप ले चुकी है।

मुश्किल में फाइनल क्वालिफिकेशन
पहले टेस्ट में हार और दूसरे टेस्ट में खराब स्थिति के कारण भारत की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2027 क्वालिफिकेशन की उम्मीदें भी कमजोर होती दिख रही हैं। दक्षिण अफ्रीका अब 320+ रन (खबर लिखे जाने तक) की बढ़त के साथ मजबूत स्थिति में है और भारतीय टीम को सीरीज बचाने के लिए चमत्कार करना होगा।

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