टाटा पावर का बड़ा कदम, ओडिशा में वेफर फैसिलिटी से बदलेगी तस्वीर
टाटा पावर के शेयरहोल्डर्स के लिए एक बड़ी खबर है। कंपनी ओडिशा में 10 GW की इनगॉट्स और वेफर्स फैसिलिटी लगाने के लिए राज्य सरकार से बात कर रही है। इस फैसिलिटी को लगाने के लिए टाटा पावर को लगभग ₹10,000 करोड़ का निवेश करना पड़ सकता है।
बता दें कि इनगॉट्स और वेफर्स का इस्तेमाल मुख्य रूप से सोलर सेल और सोलर पैनल के साथ-साथ सेमीकंडक्टर चिप्स के लिए कच्चे माल के तौर पर किया जाता है।
टाटा पावर का लॉन्ग टर्म प्लान क्या?
टाटा पावर, जिसके पास 4.55 गीगावाट की सेल और मॉड्यूल बनाने की कैपेसिटी है, का मकसद अपने सोलर सेल और पैनल बनाने में इनगॉट्स और वेफर्स को अपने इस्तेमाल के साथ-साथ एक्सपोर्ट के लिए बैकवर्ड इंटीग्रेट करना है।
बता दें कि टाटा पावर अपनी इनगॉट्स और वेफर्स फैसिलिटी के लिए दो संभावित जगहों (गोपालपुर और कटक) में से किसी एक को चुन सकती है, क्योंकि ये दोनों जगह पोर्ट के पास हैं।
शुरुआती स्टेज में है प्लान
रिपोर्ट्स के अनुसार टाटा पावर का ये प्लान अभी शुरुआती स्टेज में है। गोपालपुर में, टाटा स्टील स्पेशल इकोनॉमिक जोन पूर्वी तट पर गोपालपुर इंडस्ट्रियल पार्क बना रहा है। बता दें कि टाटा पावर के CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रवीर सिन्हा ने 11 नवंबर को कहा था कि कंपनी 10GW इनगॉट्स और वेफर्स फैसिलिटी लगाने का प्लान बना रही है, और अभी लोकेशन फाइनल करना बाकी है।
अभी, टाटा पावर के पास 4.55 गीगावाट सेल और मॉड्यूल कैपेसिटी है, जिसमें तिरुनेलवेली, तमिलनाडु में 4.3 गीगावाट और बेंगलुरु में 250 मेगावाट शामिल है।
शेयर में मजबूती
आज टाटा पावर के शेयर में मजबूती दिख रही है। करीब साढ़े 9 बजे कंपनी का शेयर 7.05 रुपये या 1.80 फीसदी की मजबूती के साथ 398.55 रुपये पर है।




