
बेरोजगारी, भर्ती घोटालों और नशे की बढ़ती प्रवृत्ति के खिलाफ एनएसयूआई ने सोमवार को गांधी पार्क से डिस्पेंसरी रोड तक युवा मार्च निकाला। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने भी प्रतिभाग किया। मार्च का नेतृत्व छात्र नेता हरीश जोशी ने किया। खुली जंग कार्यक्रम के तहत मार्च पर निकले युवाओं ने बेरोजगारी, पेपर लीक और नशे के खिलाफ नारे लगाते हुए सरकार से सवाल किए। कहा कि कब तक उत्तराखंड के युवाओं को धांधलियों और नशे के जाल में फंसाया जाएगा। इसका सरकार को जवाब देना होगा। प्रतिभागियों ने कहा कि भाजपा शासन में एक के बाद एक भर्ती घोटाले उजागर हुए लेकिन आज तक किसी बड़े अधिकारी या जिम्मेदार पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यह सिर्फ नौकरियों की लड़ाई नहीं, बल्कि उत्तराखंड के भविष्य को बचाने का आंदोलन है। युवाओं की यह चेतना आने वाले परिवर्तन की गूंज बनेगी। विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि धामी सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह विफल रही है। हरीश जोशी ने कहा, प्रदेश के कॉलेजों के आसपास नशे के अवैध कारोबारियों का मकड़जाल फैलता जा रहा है और प्रदेश का युवा उसमें जकड़ता जा रहा है। चेतावनी देते हुए कहा कि अब हमारी आवाज को दबाया नहीं जा सकेगा और यह जंग जारी रहेगी। इस दौरान पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवान, मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, महेंद्र नेगी, सुरेंद्र रांगड़, सुशील राठी, राजेंद्र शाह, नवीन रमोला, सोनू हसन आदि मौजूद रहे।